Nivedita

A spiritual healer

love

प्रेम का विशाल आयाम  ।

प्रेम ना केवल  – कहने में है, ना सुनने में ,  प्रेम ना केवल आलिंगन में है,ना शब्दों के माया जाल में,  प्रेम ना केवल सपनों के संसार में है, ना समाजिक मान्यताओं रीतियों में ,  प्रेम ना तो जन्म-मृत्यु तक सीमित है ।   प्रेम तो  तन  और मन से परे आत्मा में है …

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Mt. Everest (Pic Credit : Nivedita)

प्रतीक दृढ़ता का ।

पहाड़ों पर सफ़ेद मलमल बिछाए कोमल काया, हाथ में धरो तो पिघल जाए यह माया । आसमान तक सफ़ेद चाँदी की परत ओढ़े, सितारों की तरह चमकता यह माया। जैसे श्वेत रत्नों से सजा यह अटल काया, दृढ़ता का संकल्प लिये मीलों तक खड़ा यह हिमालया । पवित्रता की शान, अचल आत्म सम्मान समान, आत्मानुभूती …

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Mera wajood

मेरा वजूद ।

ना मैं उदास हूँ , ना ग्लानि में ,ना मैं  संतप्त हूँ , ना उद्विग्न । मुझे ना किसी मंज़िल की तलाश,ना किसी  मुकाम की चाह । मैं तो उस पथ का राही हूँ, जहाँ सिर्फ़ चलना  मेरा कर्तव्य है । क्योंकि -‘ मेरा वजूद मेरे  अव्यक्त से है ‘। मेरा अव्यक्त अपने आप में …

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मुझको अकेला रह लेने दो ।

मुझको अकेला रह लेने दो , कुछ वक़्त ख़ुद से मुलाकात तो कर लेने दो। एक अरसा हुआ मिला नहीं हूँ, ज़माने के शोरगुल में ख़ुद की आवाज़ नहीं सुन पारहा हूँ , दुनियादारी निभाते- निभाते ख़ुद से यारी निभाना भूल सा गया हूँ । अपने आप को पहचानता तो हूँ, पर अपने आप को …

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